चीन से आने वाले 7 और लोगों के संक्रमित होने का शक, जांच के लिए कुल 16 निगरानी में रखे गए

भारत ने कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए चीन से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर देखरेख शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शनिवार को चीन से लौटने वाले 7 और लोगों को कोरोनावायरस के संक्रमण की जांच के लिए निगरानी में रखा गया है। यानी अब कुल 16 संदिग्ध वायरस पीड़ितों की अलग से जांच की जा रही है। इससे पहले मुंबई में संक्रमण की आशंका के चलते तीन लोगों की मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से दो लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि एक अन्य यात्री के रक्त के नमूनों की जांच शनिवार को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में की जाएगी। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अधिकारियों से मुलाकात कर देश में वायरस की रोकथाम के उपायों पर चर्चा की।


डॉ. हर्षवर्धन ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया कि कोरोनावायरस पर नियंत्रण के उपायों की समीक्षा करने के लिए 7 केंद्रीय दल बनाए गए हैं। ये टीमें राज्यों और चुनिंदा एयरपोर्ट का निरीक्षण करेंगी। नेपाल से आने वाले यात्रियों में कोरोनावायरस की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से चर्चा करके उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिलाया।


चीन में एक ही दिन में कोरोनावायरस से 16 की मौत


शनिवार को ही चीन में वायरस के असर से पहले डॉक्टर की मौत दर्ज की गई। सरकार ने वुहान में सेना के 450 चिकित्साकर्मियों को भेजा। शुक्रवार को वुहान में 16 लोगों की मौत हुई थी, इसके बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 42 पहुंच गया। चीन ने देश भर में सार्वजनिक यातायात के सभी साधनों में संदिग्धों की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्यकर्मी बसों, ट्रेनों और हवाई जहाजों में सफर कर रहे यात्रियों को संक्रमण से बचाने के लिए ये निर्देश जारी किए गए हैं।


यूरोप और ऑस्ट्रेलिया तक पहुंचा कोरोनावायरस


कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले अब यूरोप के साथ ऑस्ट्रेलिया तक पहुंच गए हैं। फ्रांस में तीन लोगों में संक्रमण का पता लगाया गया है। ऑस्ट्रेलिया में भी कोरोनावायरस का एक केस सामने आया है। चीन में जिन 15 लोगों की मौत हुई, उनकी उम्र 15 से 87 साल के बीच बताई गई है। इनमें 11 पुरुष और 4 महिलाएं हैं। इसके अलावा एक दिन में कोरोनावायरस के 400 नए मामले में भी सामने आए। इससे कुल पीड़ितों की संख्या 1300 तक पहुंच गई है। इस बीच, कोरोनावायरस के चलते हॉन्गकॉन्ग में मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।



चीन में कोरोनावायरस के एक ही दिन में 400 मामले सामने आए हैं।


भारत में चीन से आ रहे यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग 


शुक्रवार तक 20 हजार यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 5 दिन के भीतर 1789 यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। इनके अलावा केरल में 80 लोगों को उनके घरों में चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है। ऐहतियात के तौर पर दिल्ली एम्स में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है।


संदिग्ध यात्रियों को आइसोलेशन वार्ड में भेजने के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अभी तक कोरोनावायरस का कोई पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। बीते 14 दिनों से जांच की प्रक्रिया जारी है और इस दौरान चीन से लौटा कोई भी यात्री कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं पाया गया। डॉक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर चीन से आने वाले किसी भी यात्री में कोरोनावायरस से संबंधित कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो उसे सीधे स्पेशल वॉर्ड में भेजें।


वुहान में फंसे करीब 40 भारतीय छात्र खाने-पीने के सामान को तरसे
वुहान में करीब 700 भारतीय छात्र पढ़ते हैं। इनमें से करीब 40 छात्र वहां फंसे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे सुरक्षित और स्वस्थ हैं। वुहान यूनिवर्सिटी की एक मेडिकल स्टूडेंट के पिता कुमारन जे के मुताबिक, छात्रों का खाने-पीने का सामान खत्म हो रहा है। वहां यातायात के साधनों के साथ दुकानें बंद हैं। लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। बेंगलुरु निवासी कुमारन ने कहा, बुधवार को कुछ छात्र वुहान से निकलने की कोशिश में थे, तभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद कर दी गईं। भारतीय दूतावास ने कहा, चीनी अफसरों ने भारतीयों को खाने-पीने के सामान समेत हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया है।


वुहान में अस्पताल कम पड़े, 10 दिन में नया अस्पताल बनेगा
मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में बिस्तर और डॉक्टर कम पड़ने लगे। इसे देखते हुए सेना के 40 डॉक्टर, सिविल डॉक्टरों की मदद में लगे हैं। चीन ने यहां नया अस्पताल बनाना शुरू कर दिया है। यह अस्पताल 10 दिन में तैयार हो जाएगा। 3 फरवरी से यहां इलाज भी शुरू हो जाएगा। 25 हजार वर्गमीटर में फैले इस अस्पताल में एक हजार बिस्तर होंगे। कोरोनावायरस का पहला मामला वुहान में ही सामने आया था। अकेले इस शहर में अब तक 39 लोगों की मौत हुई है। चीन सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए 13 शहरों को लॉकडाउन कर दिया, जिससे 3.5 करोड़ लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया। इसका असर यह हुआ है कि चीन के दूसरे प्रांतों में अब तक सिर्फ 3 लोगों की ही इस वायरस से जान गई। 





12 देशों में सामने आए मामले:






































































देशमामलेमौत
चीन130041
थाईलैंड40
जापान10
मकाऊ10
जापान20
दक्षिण कोरिया20
ताइवान10
अमेरिका10
सिंगापुर10
नेपाल10
फ्रांस30
ऑस्ट्रेलिया10

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